1. किसी परिपथ का वह गुण जो विधुत -ऊर्जा को ऊष्मा में बदल देता है, कहा जाता है।
प्रतिरोध
2. यदि 60 W तथा 40 W के दो बल्ब श्रेणीक्रम में जोड़ दिए जाएँ, तो
14 w वाला बल्ब अधिक प्रकाशित होगा
3. 25W तथा 100W के बल्ब समांतर क्रम में जुड़े हुए हैं। कौन-सा बल्ब अधिक प्रकाशित होगा ?
100 W वाला बल्ब
4. स्थिर विभवांतर पर किसी विधुत -परिपथ का प्रतिरोध आधा कर दिया जाता है, तो उत्पन्न ऊष्मा होगी
दोगुनी
5. यदि किसी प्रतिरोधक में प्रवाहित होनेवाली विधुत -धारा दुगुनी हो जाए, तो उसमें उत्पन्न ऊष्मा होगी
चौगुनी
6. विधुत-परिपथ की शक्ति होती है ।
V2/R
7. यदि किसी परिपथ के किन्हीं दो बिंदुओं के बीच विभवांतर V हो और उसमें धारा I, समय t तक प्रवाहित होती हो, तो शक्ति होगी
I
8. किसी 6Ω के प्रतिरोधक के सिरों से बैटरी को संयोजित करने पर प्रति सेकंड 24J ऊष्मा उत्पन्न हो रही है । प्रतिरोधक के सिरों पर विभवांतर होगा
12 v
9. 3Ωतथा 6Ω प्रतिरोधों को समांतरक्रम में जोड़ा गया है तथा इस संयोजक को 5V की बैटरी तथा 3Ω प्रतिरोध के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। 6Ω प्रतिरोध के सिरों के मध्य विभवांतर होगा
2 v
10. एक विधुत हीटर की कुंडली, जिसका प्रतिरोध 55Ω है, 220 V के स्रोत से जो विधुत-धारा लेगी उसका मान होगा
4 A
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