मानव नेत्र एक अद्वितीय रूप से काम करता है और प्रकाश को संवेदनशीलता में परिणत करता है। निम्नलिखित चरणों में, मानव नेत्र कैसे काम करता है:
प्रकाश की प्रविष्टि: प्रकाश मानव नेत्र के सम्मुख आकर्षित होता है।
कॉरनिया और लैस: प्रकाश फिर कॉरनिया के माध्यम से प्रवेश करता है, जो मुख्यत: नेत्र की पहली जानिब में स्थित है। यहाँ से, प्रकाश लैस (वातावरण से बाहरी प्रकाश) में प्रवेश करता है।
पुपिल: प्रकाश का एक भाग पुपिल के माध्यम से आंतरिक रूप से नेत्र के अंदर प्रवेश करता है। पुपिल रंग, रोशनी, और अन्य परिमाणों की आधार पर अपने आकार को समायोजित करता है।
लैसिक्स: प्रकाश लैसिक्स में प्रविष्ट होता है, जो कि नेत्र की पृष्ठभाग में स्थित होता है। लैसिक्स प्रकाश को नेत्र के अंदर धराने के लिए आकार और आकार को बदलता है।
नेत्र की पिंडली: नेत्र की पिंडली प्रकाश को रूपांतरित करती है और उसे नेत्र के पीछे की दीवार पर प्रकाशित करती है।
रोड्स और कोन्स: नेत्र के अंदर, रोड्स और कोन्स नामक वस्त्रकार प्रकाश संवेदनशील करते हैं। ये संरेखित तंतुओं के रूप में होते हैं, जो विभिन्न रंगों, रूपों, और अन्य परिमाणों को संवेदनशील करते हैं।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, मानव नेत्र प्रकाश को संवेदनशीलता में परिणत करता है और हमें विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है।
1. आयु में वृद्धि होने पर मानव नेत्र में समंजन क्षमता घट जाती है किस दोष के कारण होता है। जरा दृष्टि दोष
2. स्पेक्ट्रम में किस रंग का किरण का विचलन काम होता है
लाल
3. दुर दृष्टि दोष के निवारण के लिए किस लेंस का उपयोग किया जाता है
उत्तल लेंस
4. जरा दृष्टि दोष के निवारण के लिए किस लेंस का उपयोग किया जाता है
बाईं फोकल लेंस
5. निकट दृष्टि दोष के लिए निवारण में कौन सा लेंस का उपयोग किया जाता है
अवतल लेंस
6. बस के सामने जो शीशा होता है कौन सा लेंस लगा होता है
अवतल लेंस
7. दृष्टि पटल का दूसरा नाम क्या है
रेटिना
8. आंख में जो काला काला गोटी होता है उसे क्या कहते हैं
पुतली
9. आंखों का कचरा कहां जमा होता है
कचाभ द्रव में
10. मानव नेत्र में प्रकाश की किरण कहां से अंदर जाती है
कॉर्निया
Biology Class 10th MCQ VVI Objective Question Answer
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