भारत में प्रिंटिंग प्रेस का इतिहास बहुत प्राचीन है। प्रारंभिक दौर में, प्रिंटिंग कार्यों को हाथ से किया जाता था, जैसे कि पाठशालाओं और मठों में पुस्तकों की प्रतियां बनाने के लिए। तत्पश्चात, मुगल साम्राज्य के शासनकाल में, अगर प्रिंटिंग प्रेस नहीं तो भी वस्त्रों, पत्थर के सिक्के और अन्य सामग्री का प्रिंटिंग किया जाता था।

आधुनिक प्रिंटिंग की प्रारंभिक घटना 1556 में मुग़ल शासक अकबर के शासनकाल में हुई थी, जब उन्होंने पार्सी वशीका की भाषा में "अकबराम" की प्रिंटिंग करवाई।

ब्रिटिश शासनकाल में, प्रिंटिंग प्रेस की तकनीक और व्यापार को और अधिक विकसित किया गया। 18वीं शताब्दी में, भारत में प्रिंटिंग प्रेसेस की स्थापना हुई और प्रिंटिंग के माध्यम से विभिन्न भाषाओं में पुस्तकों की प्रकाशन की गई।

स्वतंत्रता के बाद, भारत में प्रिंटिंग प्रेस का विकास और व्यापार और बढ़ गया, और यह आधुनिक प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी के साथ समन्वित हुआ। आज, भारत में प्रिंटिंग प्रेसेस उद्योग बहुत बड़ा है और विभिन्न प्रकार की प्रिंटिंग का काम किया जाता है, जैसे कि पुस्तकें, अख़बार, मैगज़ीन, और अन्य सामग्री।







1. स्थाई कृषि के प्रभाव से कैसा जमाव संभव हुआ?

      शांति

2. जनसंख्या का घनत्व किस क्षेत्र में सर्वाधिक पाया जाता है?

    महानगरों में

3. पूँजीपति वर्ग द्वारा किस वर्ग का शोषण किया गया?

     श्रमिक वर्ग

4. एक प्रतियोगी एवं उद्यमी प्रवृत्ति से प्रेरित किस प्रकार की अर्थव्यवस्था लागू की गई?

      मुद्राप्रधान अर्थव्यवस्था

5. लंदन में अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा कब लागू की गई?

     1827 ईस्वी में

6. 1810 से 1880 ईसवी तक लंदन की आबादी 10 लाख से बढ़कर कितनी हो गई थी?

     40 लाख

7. सर्वप्रथम भूमिगत रेल कहाँ बनी? 

     लंदन की पेडिंग्टन और फैरिंग्अन स्ट्रीट के बीच

8. टेंनेमेंट्स क्या था?

     काम चलाऊ मकान

9. सर्वप्रथम भूमिगत रेल कब बनी थी?

      1863

10. सिटी ऑफ मुंबई इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की स्थापना कब हुई थी?

      1898 ईस्वी में

History Class 10th MCQ VVI Objective Question Answer